Hartalika Teej 2024: महाशक्ति पार्वती और शिव की पवित्र पूजा से जुड़ी विशेष जानकारी
Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज का पवित्र व्रत आज रखा जा रहा है । हरतालिका तीज हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे विशेष रूप से महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 2024 में हरतालिका तीज का व्रत 5 सितंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा।
इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और कठोर निर्जला व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं इस व्रत की पूरी जानकारी, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और इस दिन क्या करें और क्या न करें।
Table of Contents
Hartalika Teej 2024: पूजा का शुभ मुहूर्त
व्रत और पूजा सही समय पर करने से इसका फल अधिक मिलता है। 2024 में हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
- प्रातःकाल हरतालिका पूजा का समय: सुबह 06:11 से 08:38 बजे तक
अवधि: 2 घंटे 27 मिनट - प्रदोषकाल हरतालिका पूजा का समय: शाम 06:35 से 08:58 बजे तक
अवधि: 2 घंटे 23 मिनट - तृतीया तिथि प्रारंभ: 4 सितंबर 2024 को शाम 06:20 बजे से
- तृतीया तिथि समाप्त: 5 सितंबर 2024 को शाम 04:47 बजे तक
Hartalika Teej 2024 की व्रत विधि
- सुबह स्नान और संकल्प लें:
इस दिन व्रती महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें कि आप पूरे दिन निर्जला रहकर व्रत करेंगी और संध्या के समय पूजा करेंगी। - सोलह श्रृंगार करें:
तीज के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं, जिसमें चूड़ी, बिंदी, काजल, मेहंदी और अन्य गहने शामिल होते हैं। यह श्रृंगार माता पार्वती के प्रति समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। - भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें:
पूजा के लिए मिट्टी की मूर्तियां या तस्वीरें बनाएं। भगवान शिव और माता पार्वती को फूल, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें। फल, मिठाई और विशेष रूप से पान, सुपारी, अक्षत का उपयोग करें। पूजा करते समय भगवान शिव-पार्वती के विवाह की कथा सुनें या सुनाएं। - व्रत कथा का पाठ करें:
हरतालिका तीज व्रत कथा का पाठ इस पर्व का अहम हिस्सा होता है। इस कथा के माध्यम से महिलाएं जानती हैं कि कैसे माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। - प्रसाद वितरण करें:
पूजा के बाद, प्रसाद बांटें और सभी में इसे वितरित करें। प्रसाद के रूप में तीज के पारंपरिक पकवान भी बनाए जाते हैं।
हरतालिका तीज पर क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
- निर्जला व्रत का पालन करें:
इस व्रत में महिलाएं पूरे दिन बिना पानी और भोजन के रहती हैं। यह व्रत कठोर होता है, लेकिन यह महिलाओं के लिए बहुत पुण्यदायक माना जाता है। - शुभ वस्त्र धारण करें:
महिलाएं इस दिन लाल, हरा या पीला जैसे शुभ रंग के वस्त्र पहनती हैं, जो सौभाग्य और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। - दान-पुण्य करें:
हरतालिका तीज के दिन जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह पुण्य का काम है और इससे व्रत का महत्व बढ़ता है। - पूजा विधि का सही पालन करें:
पूजा का सही समय और विधि का पालन करना बहुत जरूरी है। शिव-पार्वती की पूजा और व्रत कथा का पाठ पूरे श्रद्धा और समर्पण के साथ करें।
क्या न करें:
- दिन में सोने से बचें:
इस व्रत के दौरान दिन में सोने से बचना चाहिए। यह व्रत जाग्रत और ध्यानपूर्वक किया जाना चाहिए। - भोजन और जल ग्रहण न करें:
हरतालिका तीज का व्रत निर्जला होता है, इसलिए इस दिन पानी और भोजन से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। - अशुभ रंगों के वस्त्र न पहनें:
इस दिन काले और सफेद रंग जैसे अशुभ माने जाने वाले वस्त्रों से बचें। शुभ रंग पहनने से व्रत का फल और भी अधिक मिलता है। - विवाद और कलह से दूर रहें:
इस दिन घर में शांति और सकारात्मकता बनाए रखना चाहिए। विवाद और कलह से बचें और ध्यान भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति पर केंद्रित रखें। - लोहे के बर्तनों का उपयोग न करें:
कुछ परंपराओं में लोहे के बर्तनों का उपयोग वर्जित माना जाता है, इसलिए इस दिन इनके उपयोग से बचें।
हरतालिका तीज का महत्व
हरतालिका तीज का व्रत महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत के माध्यम से महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हैं। कुंवारी कन्याएं भी यह व्रत करती हैं, ताकि उन्हें भगवान शिव जैसा आदर्श पति मिल सके। इस व्रत का पालन माता पार्वती के कठिन तपस्या की याद में किया जाता है, जिन्होंने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए यह व्रत रखा था।
इस प्रकार, हरतालिका तीज न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह महिलाओं के समर्पण, प्रेम और भक्ति का भी प्रतीक है।
Also Read: Bajaj Housing Finance IPO: Price range ₹66 to ₹70 per share